द फॉलोअप डेस्क
झारखंड BJP प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य में आज अंगुलीमाल डाकू बने लोग कल बाल्मीकि रामभक्त बनकर रामायण की रचना करते दिखाई देंगे। कहा कि भ्रष्टाचार की नदी हमेशा उपर से नीचे की ओर बहती है। झारखंड की सत्ता अगले चुनाव तक चोर-बेइमान के हाथ से निकलकर इमानदारों के हाथ में होगी। बता दें कि मरांडी इन दिनों कई कारणों से सत्ता पक्ष और झारखंड की हेमंत सरकार हमलावर हैं। बहुत दिन नहीं हुए जब उन्होंने कहा था कि सीएम हेमंत सोरेन अगले चुनाव के बाद होटवार जेल में दिखाई देंगे। मरांडी इस समय सीएम का नाम कथित तौर पर विभिन्न घोटालों में आने पर बोल रहे थे।
भ्रष्टाचार की नदी हमेशा उपर से नीचे की ओर बहती है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 17, 2023
देखियेगा, झारखंड की सत्ता चोर-बेईमानों के हाथ से निकलकर किसी ईमानदार शासक के हाथ आते ही यही अंगुलीमाल डाकू बने फिर रहे लोग बाल्मिकी राम भक्त बनकर रामायण की रचना करते नज़र आयेंगे!!!
झारखंड में सबसे अधिक राजनीतिक हिंसा
मरांडी ने एक ट्वीट में कहा है कि देखियेगा, झारखंड की सत्ता चोर-बेईमानों के हाथ से निकलकर किसी इमानदार शासक के हाथ आते ही यही अंगुलीमाल डाकू बने फिर रहे लोग बाल्मीकि राम भक्त बनकर रामायण की रचना करते नज़र आयेंगे। गौरतलब है कि इसी महीने बाबूलाल ने कहा था कि 2022 में झारखंड में सबसे अधिक राजनीतिक हिंसा हुई हैं। इस तथ्य को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला। मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन जबसे झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं, उन्होंने विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दिया है। इस बाबत मरांडी ने NCRB की रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया। कहा है कि NCRB के आंकड़े इस तथ्य की पुष्टि भी करते हैं। क्योंकि पिछले साल राजनीतिक रंजिश की वजह से सबसे अधिक हत्याएं झारखंड में ही की गयी हैं।
भड़काऊ, उत्तेजित बयान देने का आरोप
मरांडी ने आगे कहा है कि CM हेमंत और उनके मंत्रियों ने कई मौकों पर भड़काऊ, उत्तेजित बयान दिये। इससे विपक्ष के राजनीतिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ माहौल तैयार किया गया। मरांडी ने आरोप लगाया कि अब तक BJP सहित कई अन्य दलों के राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सरेआम हत्या झारखंड में हो चुकी है। कई मामलों में कोर्ट में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इन पर सुनवाई चल रही है। कहा कि ये अत्यंत दुख की बात है कि कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के बदले राज्य सरकार अपराधियों का संरक्षक बनकर बैठी हुई है।